वर्ल्ड इंटलैक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन (WIPO) के मुताबिक जियोग्राफिकल इंडिकेशंस टैग एक प्रकार का लेबल होता है जिसमें किसी प्रोडक्ट को विशेष भौगोलिक पहचान दी जाती है |
अंग प्रदेश की धरोहर मंजूषा कला को GI Tag प्राप्त हो गया है | भागलपुर को सिल्क, जर्दालू आम, कतरनी चावल के बाद कला क्षेत्र में मिलने वाला यह GI Tag प्रदेश के लिए गौरव की बात है |
सभी मंजूषा कलाकारों एवं उपेन्द्र महारथी शिल्प संस्थान बधाई के पात्र है जिनके प्रयास से अंग प्रदेश की इस कला को GI Tag – जी आई टैग प्राप्त हुआ है, कला के विकास एवं प्रसार में ये एक महत्वपूर्ण कदम है यहाँ के कलाकारों को ये एक नई उर्जा देगा एवं उनके कला को विशिष्ट पहचान मिलेगा |
Geographical Indication Registry Link – https://search.ipindia.gov.in/GIRPublic/Application/Details/656