Manjusha Art of Bhagalpur, Bihar Obtained GI Tag

वर्ल्‍ड इंटलैक्‍चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन (WIPO) के मुताबिक जियोग्राफिकल इंडिकेशंस टैग एक प्रकार का लेबल होता है जिसमें किसी प्रोडक्‍ट को विशेष भौगोलि‍क पहचान दी जाती है |

अंग प्रदेश की धरोहर मंजूषा कला को GI Tag प्राप्त हो गया है | भागलपुर को सिल्क, जर्दालू आम, कतरनी चावल के बाद कला क्षेत्र में मिलने वाला यह GI Tag प्रदेश के लिए गौरव की बात है |

Ang Pradesh, Bhagalpur, Bihar

सभी मंजूषा कलाकारों एवं उपेन्द्र महारथी शिल्प संस्थान बधाई के पात्र है जिनके प्रयास से अंग प्रदेश की इस कला को GI Tag – जी आई टैग प्राप्त हुआ है, कला के विकास एवं प्रसार में ये एक महत्वपूर्ण कदम है यहाँ के कलाकारों को ये एक नई उर्जा देगा एवं उनके कला को विशिष्ट पहचान मिलेगा |

Manjusha Art GI Tag
Manjusha Art GI Tag

Geographical Indication Registry Link – https://search.ipindia.gov.in/GIRPublic/Application/Details/656

मंजूषा महोत्सव – 2021

भागलपुर सैंडिस कंपाउंड में 23 अक्टूबर से 30 अक्टूबर, 2021 तक मंजूषा महोत्सव का आयोजन उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना द्वारा हो रहा | इस महोत्सव में कला प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं राज्य भर के हैंडलूम एवं हेंडीक्राफ्ट सामानों की प्रदर्शनी लगी है | सुबह 11.00 बजे से शाम 8.00 बजे तक स्टाल खुले रहेंगे | इस कला महोत्सव का उद्घाटन राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन द्वारा किया गया |

Manjusha Mahaotsav 2021

प्रतिवर्ष मनाये जाने वाला मंजूषा महोत्सव राज्य के लोककला प्रदर्शन का अनूठा प्रयास है |

Manjusha Artist Ulupi Jha

मंजूषा कला के रंग अब मॉरीशस में !

Manjusha Artist Ulupi Jhaअंग प्रदेश के गौरवशाली इतिहास से जुड़ी मंजूषा कला के रंग अब मॉरीशस में बिखरेंगे ! मॉरीशस में ४ से ७ जुलाई तक बिहार महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है ! इस महोत्सव में बिहार के अलग अलग जिलों से २० कलाकार अपने कला का प्रदर्शन करेंगे ! पहली बार भागलपुरी सिल्क की प्रदर्शनी और बिक्री मॉरीशस में होगी !

मंजूषा कला की वरिष्ठ कलाकार श्रीमती उलूपी झा मंजूषा कला को मॉरीशस में प्रदर्शित करेंगी !

इसके अलावा मधुबनी पेंटिंग में बउवा देवी, भागलपुरी सिल्क में मो० बाबुल , सुजनी शिल्प में संजू देवी , टिकुली पेंटिंग में अशोक कुमार विश्वास , कुश कुमार काष्ठ कला में , पाषाण शिल्प में फिरंगी लाल गुप्ता, सुशीला देवी कशीदा में , निम्मी सिन्हा छापा कला और लाला पंडित टेराकोटा शिल्प को मॉरीशस में होने वाले महोत्सव में प्रदर्शित करेंगे !

अंग प्रदेश और बिहार के लिए ये गौरव की बात है ! सभी कलाकारों को बधाई !

Manjusha Mahotsav Bhagalpur, 2016

मंजूषा महोत्सव २०१६ – झलकियाँ

२०१६ वर्ष मंजूषा कला के लिए अनेकों उपलब्धियों और प्रयासों के लिए जाना जायेगा ; उद्योग विभाग, बिहार सरकार के तत्वाधान में  इस वर्ष मंजूषा महोत्सव का आयोजन किया गया ! अंग भवन, भागलपुर इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का गवाह बना ! कुछ झलकियाँ मंजूषा महोत्सव २०१६ की …

Manjusha Mahotsav Bhagalpur, 2016

बिहार के उद्योग मंत्री जय कुमार मुख्य अतिथि थे जिन्होंने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया !

1. उद्योग विभाग और उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान द्वारा भागलपुर में 17-19 अगस्त तक मंजूषा महोत्सव का आयोजन किया गया !
2. मंजूषा कला पर आधारित १०० कलाकारों के त्रिदिवसीय वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया !
3. हस्तशिल्प और हैंडलूम के २२ स्टाल लगाये गए जिसमें विविध कलाओं के साथ साथ मंजूषा कला से जुड़े विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी भी थी !
4. अंगिका भाषा में लोकगीत, भजन और बिहुला बिषहरी से संबंधित गीत और नाटक का मंचन किया गया !
5. मंजूषा कला का भविष्य और चुनौती विषय पर परिचर्चा हुई जिसमें अनेकों विद्वानों ने अपने अनुभव और पक्ष को लोगों तक पहुँचाया !
6. मंजूषा महोत्सव का आयोजन हर वर्ष होगा ऐसी घोषणा  हुई !
7.  मंजूषा कला को रोजगार से जोड़ने, कलाकारों के आर्थिक उपार्जन पर और मंजूषा कला को सिल्क से जोड़ने पर भी चर्चा हुई !

EthnicAlive और Manjushakala.in द्वारा लगाये गए स्टॉल में मंजूषा कला पर आधारित उत्पादों को प्रदर्शित किया गया ! इसमें मंजूषा साड़ी, मंजूषा कला से बने दुपट्टे, मंजूषा कला से बने पेन स्टैण्ड, वाल हैंगिंग, मंजूषा कला चादर, मंजूषा कला गमछा, मंजूषा कला कुशन कवर, मंजूषा पेंटिंग इत्यादि चीजों को दिखाया गया ! Manjushakala.in से जुड़े “सुजीत कुमार” कहते है – “इस तरह का आयोजन कला को नया मुकाम देगा, कलाकारों को एक मनोबल मिलता है की वो कला को और आगे बढ़ाएं” ! इस अवसर पर Manjushakala.in ने मंजूषा कला से जुड़े अपने एंड्राइड मोबाइल एप्प को भी लोगों तक पहुँचाया !

Manjusha Art Stall

Manjusha Art Products

Manjusha Art Fair Festival

Manjusha Art Shopping By EthnicAlive